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UP Polytechnic: यूपी पॉलीटेक्निक रिजल्ट प्रक्रिया में बदलाव, अब क्रेडिट प्वाइंट भी होंगे

By: Ritik Agrahari

On: Thursday, September 11, 2025 1:23 PM

यूपी पॉलीटेक्निक
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यूपी पॉलीटेक्निक (UP Polytechnic) छात्रों के लिए एक नई और महत्वपूर्ण घोषणा सामने आई है। इस बार रिजल्ट की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब रिजल्ट सिर्फ मार्क्स पर आधारित नहीं होगा, बल्कि क्रेडिट प्वाइंट सिस्टम भी शामिल किया जाएगा। UP Polytechnic छात्रों की परफॉर्मेंस को और ज्यादा पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से आंकना है।

नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू किया जा चुका है और उसी के अनुरूप पाठ्यक्रमों में बदलाव भी किया है। अब परिणाम प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। छात्रों को अब अंक पत्र एनईपी 2020 के दिशा निर्देशों पर मिलेंगे। जिसमें अंकों के साथ क्रेडिट प्वाइंट होंगे।

UP Polytechnic नया रिजल्ट सिस्टम क्या है?

पहले तक रिजल्ट केवल कुल अंक (Total Marks) पर आधारित होता था। लेकिन अब से क्रेडिट प्वाइंट्स भी दिए जाएंगे। हर विषय को एक क्रेडिट वैल्यू मिलेगी और उसी आधार पर छात्र का कुल परफॉर्मेंस इंडेक्स (CPI) और सेमेस्टर परफॉर्मेंस इंडेक्स (SPI) तैयार होगा।

प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने कहा, ‘विषयवार क्रेडिट प्वाइंट पॉलिसी तैयार की है। प्रथम सेमेस्टर के लिए क्रेडिट प्वाइंट पॉलिसी शुरू हो गई है। बदलाव एनईपी 2020 के अन्तर्गत हैं।’

UP Polytechnic मुख्य बदलाव

  • अब रिजल्ट मार्क्स + क्रेडिट प्वाइंट्स पर आधारित होगा।
  • हर विषय के लिए अलग क्रेडिट तय होंगे।
  • ग्रेडिंग सिस्टम को और ज्यादा पारदर्शी बनाया गया है।
  • छात्रों का SPI (Semester Performance Index) और CPI (Cumulative Performance Index) तय होगा।
  • रिजल्ट ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध होगा।

UP Polytechnic Eligibility & Impact

सभी UP Polytechnic छात्र इस बदलाव के दायरे में आएंगे। इससे उन छात्रों को फायदा होगा जिनका किसी एक विषय में स्कोर कम होता है लेकिन बाकी विषयों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। यानी अब रिजल्ट अधिक संतुलित होगा।

यूपी पॉलीटेक्निक रिजल्ट प्रक्रिया में किए गए इस बदलाव को शिक्षा विशेषज्ञों ने भी सराहा है। उनका मानना है कि मार्क्स आधारित प्रणाली में कई बार छात्रों की वास्तविक क्षमता सामने नहीं आ पाती थी। उदाहरण के लिए, अगर कोई छात्र तकनीकी विषयों में अच्छा है लेकिन थ्योरी पेपर्स में औसत प्रदर्शन करता है, तो उसका कुल रिजल्ट खराब दिखता था। नए क्रेडिट प्वाइंट सिस्टम में हर विषय का वजन उसके महत्व के हिसाब से होगा, जिससे छात्र की असली परफॉर्मेंस बेहतर तरीके से सामने आएगी।

इसके साथ ही, इस प्रणाली से छात्रों को ग्लोबल स्टैंडर्ड से जोड़ने का भी फायदा मिलेगा। दुनिया भर के कई बड़े तकनीकी संस्थानों में रिजल्ट इसी तरह के क्रेडिट और ग्रेडिंग सिस्टम पर आधारित होता है। इससे यूपी पॉलीटेक्निक के छात्र आगे चलकर इंजीनियरिंग या अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में एडमिशन लेते समय प्रतिस्पर्धा में पीछे नहीं रहेंगे।

हालांकि, यह भी सच है कि शुरुआत में छात्रों और अभिभावकों को इस नई प्रणाली को समझने में मुश्किल हो सकती है। सरकार और संस्थानों को चाहिए कि वे इसके लिए वर्कशॉप और गाइडलाइन तैयार करें ताकि छात्रों को रिजल्ट समझने में आसानी हो। कुल मिलाकर यह बदलाव छात्रों को अधिक न्यायसंगत और संतुलित मूल्यांकन देगा।

पुरानी और नई प्रणाली की तुलना

पैरामीटरपुराना रिजल्ट सिस्टमनया रिजल्ट सिस्टम
आधारकेवल अंक (Marks)अंक + क्रेडिट प्वाइंट्स
ग्रेडिंगकेवल Percentageग्रेड + SPI + CPI
न्यायसंगतताकमअधिक
फायदाटॉपर्स कोहर स्टूडेंट को संतुलित अवसर
प्रणालीपारंपरिकआधुनिक और पारदर्शी

UP Polytechnic फायदे और नुकसान

फायदे

नुकसान

  • नए सिस्टम को समझने में छात्रों को समय लगेगा।
  • शुरुआती सालों में कन्फ्यूजन हो सकता है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन रिजल्ट एक्सेस में दिक्कत।

निष्कर्ष

UP Polytechnic Result 2025 में क्रेडिट प्वाइंट सिस्टम शामिल करना छात्रों के लिए एक सकारात्मक बदलाव है। यह न केवल छात्रों की मेहनत का सही मूल्यांकन करेगा बल्कि उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर भी कॉम्पिटिटिव बनाएगा।

Official Website

अधिक जानकारी और रिजल्ट अपडेट के लिए विजिट करें: UPBTE Official Website

Ritik Agrahari

मेरा नाम ऋतिक अग्रहरि है , और मैं vindhya news 24 के लिए योजना और एजुकेशन से जुड़ी ख़बरों के साथ-साथ अन्य विभिन्न कैटेगरी में भी लेख लिखता हूँ। मुझे लेखन में रुचि है और मेरा उद्देश्य पाठकों को जानकारीपूर्ण और दिलचस्प कंटेंट प्रदान करना है।
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