B.Ed One Year Course Latest News 2025: भारत सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव करते हुए B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स की अवधि को 2 साल से घटाकर 1 साल कर दिया है। यह नई व्यवस्था जुलाई 2025 से पूरे देश में लागू होगी। इसका सीधा फायदा उन लाखों युवाओं को मिलेगा जो शिक्षक बनना चाहते हैं, लेकिन लंबी पढ़ाई के कारण पीछे हट जाते थे।
📌 मुख्य बिंदु :
- 🕒 पहले: B.Ed की अवधि 2 साल
- ⏳ अब: सिर्फ 1 साल में पूरा कोर्स
- 📅 लागू होने की तारीख: जुलाई 2025
- 🎯 लक्ष्य: कम समय में योग्य शिक्षक तैयार करना
- 📖 नीति: यह बदलाव NEP 2020 (राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020) के अंतर्गत किया गया है।
कौन कर सकता है 1 वर्षीय B.Ed कोर्स?
यह नया कोर्स सभी के लिए नहीं है। सरकार ने इसके लिए कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की हैं:
- ✅ आवेदक के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) की डिग्री होनी चाहिए
- ✅ न्यूनतम 50% अंक आवश्यक (आरक्षित वर्ग को छूट मिलेगी)
- 🚫 केवल ग्रेजुएट छात्रों के लिए 2 वर्षीय B.Ed ही मान्य रहेगा
व्यक्तिगत अनुभव:
सीमा शर्मा, दिल्ली यूनिवर्सिटी से MA (हिंदी) कर चुकी हैं। 2 साल का कोर्स देखकर वे असमंजस में थीं। अब इस एक वर्षीय कोर्स के चलते उन्होंने जुलाई 2025 के लिए फॉर्म भर दिया है। क्या आपने भी फॉर्म भर दिया अगर अभी तक नहीं किया तो सोच क्या रहे है जाए आपने नजदीकी कालेज से संपर्क करके अभी एडमिशन कंफर्म कराए।
बदलाव क्यों किया गया?
भारत में शिक्षकों की भारी कमी है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। यह बदलाव निम्न कारणों से किया गया:
- 👩🏫 जल्द से जल्द शिक्षक तैयार करना
- 💼 युवाओं को शिक्षण क्षेत्र में आकर्षित करना
- 💰 समय और लागत की बचत
- 📘 NEP 2020 के उद्देश्यों को पूरा करना
शिक्षा मंत्री का बयान:
“हमें ऐसे बदलावों की जरूरत है जिससे हम जल्द से जल्द योग्य शिक्षक तैयार कर सकें। यह एक साल का कोर्स उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।”
📚 एक वर्षीय B.Ed कोर्स का स्ट्रक्चर
सरकार ने इस नए कोर्स का सिलेबस भी अपडेट किया है। छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों अनुभव मिलेंगे।
| सेमेस्टर | विषय/घटक | अवधि |
|---|---|---|
| 1. | शिक्षा शास्त्र, बाल विकास, शिक्षण विधियाँ | 6 महीने |
| 2. | स्कूल इंटर्नशिप, क्लास ऑब्ज़र्वेशन | 4 महीने |
| 3. | प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट, मूल्यांकन | 2 महीने |
📌 छात्र की राय:
अभिषेक शुक्ला (पूर्व B.Ed छात्रा): “अगर यह कोर्स पहले से 1 साल का होता, तो मुझे जल्दी नौकरी मिल जाती। अब मेरे भाई को इसका फायदा मिलेगा।”
निजी और सरकारी संस्थानों पर असर
- ✅ सभी सरकारी और निजी संस्थानों को यह नया कोर्स अपनाना होगा
- 🏛️ NCTE ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं
- 📝 एडमिशन प्रक्रिया भी नए पैटर्न में जुलाई 2025 से शुरू होगी
भविष्य में रोजगार के अवसर
इस कोर्स के बाद छात्र जल्दी से नौकरी के लिए पात्र हो जाएंगे:
- 🏫 सरकारी और निजी स्कूलों में नियुक्ति
- 📝 CTET, TET जैसी परीक्षाओं की जल्द तैयारी
- 🎯 कम समय में करियर की शुरुआत
पर्सनल स्टोरी:
हिमांशु, जो पहले 2 साल की अवधि देखकर हिचकिचा रहे थे, अब इस कोर्स के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनका सपना है कि वे एक दिन सरकारी स्कूल में गणित पढ़ाएं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या ग्रेजुएट छात्र भी 1 साल वाला B.Ed कर सकते हैं?
👉 नहीं, यह कोर्स केवल पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए है।
Q2. क्या यह बदलाव पूरे भारत में लागू होगा?
👉 हां, जुलाई 2025 से यह नियम पूरे देश में लागू होगा।
Q3. क्या पुराने 2 साल वाले कोर्स बंद हो जाएंगे?
👉 नहीं, ग्रेजुएट छात्रों के लिए 2 वर्षीय कोर्स जारी रहेगा।
निष्कर्ष:
सरकार का यह निर्णय शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है। एक वर्षीय B.Ed कोर्स से न केवल युवाओं का समय बचेगा, बल्कि उन्हें जल्दी नौकरी पाने का मौका भी मिलेगा। यह बदलाव देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूती देगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी कोर्स में प्रवेश लेने से पहले संबंधित विश्वविद्यालय या संस्था की आधिकारिक वेबसाइट से विवरण अवश्य जांचें।





