भारत एक कृषि-प्रधान देश है हर किसान का हक सोलर पंपजहाँ किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। कृषि में पानी की उपलब्धता सबसे बड़ी चुनौती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ बिजली या डीजल से चलने वाले पंप महंगे और अस्थिर होते हैं। इस समस्या का सार्थक समाधान है सोलर पंप योजना, जिसमें सरकार किसानों को 90% तक की सब्सिडी दे रही है।
यह योजना प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) के तहत चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य किसानों को बिजली के खर्च से मुक्त करना और पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए स्थायी खेती को बढ़ावा देना है।
किसानों को कब से मिलेगा लाभ
वर्तमान में किसानों को इस योजना के तहत 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। जैसे ही कैबिनेट की मंजूरी मिलती है, नई 90 प्रतिशत सब्सिडी की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। किसानों को इसके लिए अतिरिक्त इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और समय-समय पर अपडेट वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। इससे किसानों को अपने खेत की सिंचाई के लिए सस्ता और स्थायी विकल्प मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठाएं।

सरकार देगी सीधे बैंक खाते में सब्सिडी
योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी की राशि किसानों के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। छोटे किसानों को केवल सोलर पंप की कुल लागत का 10 प्रतिशत हिस्सा ही भरना होगा। वहीं बड़े किसानों को 20 प्रतिशत राशि देनी होगी। बाकी रकम सरकार द्वारा वहन की जाएगी। अभी तक किसानों को केवल 60 प्रतिशत सब्सिडी मिलती थी। लेकिन अब यह बढ़ाकर 90 प्रतिशत कर दी गई है। यह फैसला कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू होगा। इससे किसानों को भारी आर्थिक राहत मिलने वाली है।
सोलर पंप के मुख्य लाभ:
- 90% तक की सब्सिडी: सोलर पंप लगवाने पर किसानों को लगभग 90% तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
- बिजली का बिल शून्य: बिजली या डीजल पर निर्भरता समाप्त होने से किसानों के खर्चों में कमी आएगी।
- कम रखरखाव और लंबी उम्र: सोलर पंप का रखरखाव बहुत कम होता है और इनकी आयु 15–20 साल तक होती है।
- जल बचत: सोलर पंप स्मार्ट सिंचाई के लिए उपयोगी हैं, जिससे पानी की भी बचत होती है।
- आय बढ़ाने का मौका: अतिरिक्त सोलर ऊर्जा को ग्रिड को बेचकर किसान अतिरिक्त आमदनी भी कमा सकते हैं।

कौन कर सकता है आवेदन?
- वो सभी छोटे और मध्यम वर्ग के किसान जो अपने खेतों में सिंचाई के लिए पंप का उपयोग करते हैं।
- जिनके पास खुद की जमीन है या रजिस्टर्ड लीज पर खेती कर रहे हैं।
- आधार कार्ड, खतौनी, बैंक खाता और मोबाइल नंबर के साथ सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होता है।
सोलर पंप आवेदन की प्रक्रिया:
- सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmkusum.mnre.gov.in
- “Apply for Solar Pump” या “Component-B” विकल्प चुनें।
- अपने दस्तावेज़ अपलोड करें – आधार, बैंक पासबुक, जमीन के कागज़।
- आवेदन सबमिट करने के बाद पुष्टि और अगले स्टेप्स की जानकारी SMS या ईमेल के माध्यम से मिलती है।
- शॉर्टलिस्ट होने के बाद मान्यता प्राप्त वेंडर्स आपसे संपर्क करेंगे।
अंतिम विचार:
यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक समस्याओं का समाधान करती है, बल्कि देश को स्वच्छ ऊर्जा के मार्ग पर भी अग्रसर करती है। हर किसान को इस सुविधा का लाभ लेना चाहिए और सरकार की इस पहल का हिस्सा बनकर अपनी खेती के तरीके को बेहतर बनाना चाहिए।
अस्वीकरण:
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। आवेदन करने से पहले कृपया सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkusum.mnre.gov.in पर जाकर अद्यतन दिशा-निर्देश और शर्तें पढ़ें। किसी भी निजी एजेंट को पैसा देने से बचें। योजना में समय-समय पर संशोधन संभव है।





